चंडीगढ़
भारत सरकार के स्वच्छता पखवाड़ा (16.01.2024 से 31.01.2024) को मनाने के लिए, प्रधान आयकर आयुक्त, समीक्षा इकाई – आयकर विभाग, चंडीगढ़ ने गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ एजुकेशन (जीसीई) सेक्टर 20 चंडीगढ़ के एनएसएस सेल के सहयोग से और पारिजात ईसीओ क्लब के साथ मिलकर गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ एजुकेशन (जीसीई) परिसर में वृक्षारोपण अभियान का आयोजन चलाया। कार्यक्रम में फिकस बेंजामिना (Ficusbenjamina) के एक सौ पौधे लगाए गए जिन्हें राहुल महाजन ऑर्गेनिक शेयरिंग फाउंडेशन चंडीगढ़ के संस्थापक के सहयोग से उपलब्ध करवाया गया था। इस वृक्षारोपण अभियान का उद्देश्य पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देना और समाज के बीच स्थायी प्रथाओं को प्रोत्साहित करना है। गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ एजुकेशन (जीसीई) की प्रिंसिपल डॉ. सपना नंदा ने मेहमानों का स्वागत किया। वृक्षारोपण अभियान में डॉ. जी.एस. फणी किशोर (प्रधान आयकर आयुक्त – समीक्षा इकाई 1, चंडीगढ़), श्रीमती पूनम राय (आयकर उप आयुक्त), श्री. अनिरुद्ध (आयकर उपायुक्त), और श्री. डी.एस.चौहान (सहायक आयकर आयुक्त) मौजूद रहे जिन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजन और सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अभियान में ट्रेनी आईआरएस अधिकारियों की भी उत्साही भागीदारी देखी गई । कार्यक्रम के दौरान उपस्थित ट्रेनी आईआरएस अधिकारियों में सुश्री चांदनी चौहान, श्री राज विक्रम, सुश्री सोनिया कटारिया, सुश्री संध्या प्रताप, श्री सुचित्रा शर्मा और श्री उमेश कुमार मौजूद थे।
जीसीई के सभी छात्रों और शिक्षकों ने भी कॉलेज परिसर के चारों ओर पेड़ लगाए। क्षेत्र के हरित आवरण और जैव विविधता को बढ़ाने के लिए चयनित वृक्ष प्रजातियों को सावधानीपूर्वक चुना गया था। डॉ. जी.एस. फणी किशोर ने कार्यक्रम को सफल बनाने में कॉलेज, प्रतिभागियों और शामिल सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि टिकाऊ पर्यावरण के लिए स्वच्छता और हरित पहल साथ-साथ चलती हैं। इस वृक्षारोपण अभियान ने न केवल कॉलेज परिसर के सौंदर्यीकरण में योगदान दिया बल्कि जलवायु परिवर्तन से निपटने और हमारे पारिस्थितिकी तंत्र को संरक्षित करने की दिशा में एक छोटा कदम भी उठाया। इको क्लब के चार छात्रों-शिवम झा, सची, पारस और अमरिंदर कौर को हरित पहल को बढ़ावा देने में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। कॉलेज, अपने सहयोगियों के साथ, भविष्य में ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसका लक्ष्य सभी के लिए एक हरा-भरा और स्वस्थ वातावरण बनाना है।