स्वास्थय जीवन शैली के लिए नियमित व्यायाम और संतुलित पोषण जरूरी : डॉ. वंदना

  • पीएचडीसीसीआई में महिलाओं के लिए जागरूकता सत्र का आयोजन


चंडीगढ़।

पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की तरफ से सैक्टर-31 स्थित पीएचडी हाउस में महिला स्वास्थ्य और कल्याण पर सत्र का आयोजन किया। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं के स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कारकों के बारे में महिलाओं में जागरूकता फैलाना था। इस अवसर पर डॉ.वंदना मित्तल सिंगला, सीनियर कंसल्टेंट-ऑब्स्टेट्रिक्स, गायनोकोलॉजी लेप्रोस्कोपिक और इनफर्टिलिटी स्पेशलिस्ट, पारस अस्पताल ने महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन, मूत्र पथ के संक्रमण (यूटीआई), पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) और महिलाओं के बीच सबसे प्रचलित स्वास्थ्य चिंताओं के बारे में बात करते हुए कहा कि नियमित व्यायाम, संतुलित पोषण और योग या ध्यान जैसी तनाव प्रबंधन तकनीकों से स्वास्थ जीवनशैली बनाए रखना आवश्यक है।

पीएचडीसीसीआई की क्षेत्रीय निदेशक भारती सूद ने कहा कि आज हम महिलाओं के स्वास्थ्य के विभिन्न पहलुओं का पता लगाने जा रहे हैं। यह सत्र शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक कल्याण पर बहुमूल्य जानकारी प्रदान करेगा। इस अवसर पर सुश्री ज्योति सोलारिया, माइंडफुलनेस कोच और कॉर्पोरेट ट्रेनर ने महिलाओं के बीच चिंता और अवसाद के बारे में बात करते हुए कहा कि महिलाओं पर डाला गया दबाव और अपेक्षाएं उनके मानसिक स्वास्थ्य संघर्ष में योगदान करती हैं,जो मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए लिंग-विशिष्ट दृष्टिकोण की आवश्यकता पर प्रकाश डालती हैं।

एम्ब्रियोनिक ग्रीन्स के संस्थापक और सीईओ मोहित निझावन ने महिलाओं में खराब और अपर्याप्त आहार के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि की। वी रूट्स वेलनेस सॉल्यूशंस के बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर मंदीप सिंह बैंस ने कहा कि अपनी जीवनशैली को निजीकृत करना खुद का सर्वश्रेष्ठ संस्करण लाने की दिशा में एक आवश्यक कदम है। पूजा नायर क्षेत्रीय संयोजक-महिला विकास समिति, पीएचडीसीसीआई ने कहा कि आज समाज में महिलाओं के स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कारकों के बारे में जागरूकता फैलाना जरूरी है। महिलाओं के स्वास्थ्य को वैश्विक एजेंडे में ऊपर उठाने के लिए मिलकर काम करके, हम सभी के लिए एक स्वस्थ और अधिक न्यायसंगत दुनिया बना सकते हैं।

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