चंडीगढ़: चंडीगढ़ मेयर चुनाव Presiding Officer के “बीमार पड़ने” के कारण वीरवार को स्थगित कर दिए गए और अब यह चुनाव छह फरवरी को होंगे जबकि इंडिया गठबंधन के तहत मिलकर चुनाव लड़ रहीं काँग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर “निश्चित हार” के डर से भागने और “लोकतंत्र की हत्या” का आरोप लगाया। सूत्रों के अनुसार पार्षदों को सुबह उनके फोन पर एक संदेश मिला कि पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह के अस्वस्थ होने के कारण चुनाव स्थगित कर दिये गये हैं। शाम को नगर निगम आयुक्त कार्यालय से जारी बयान के अनुसार चुनाव अब छह फरवरी को होंगे और यह निर्णय सुरक्षा और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति के पुलिस द्वारा किये आकलन के बाद लिया गया है। विपक्षी इंडिया गठबंधन के तहत पहली बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी(आप) मिलकर यह चुनाव लड़ रहे थे। पैंतीस सदस्यीय सदन में भाजपा के 14, आप के 13 , कांग्रेस के 07 और शिरोमणि अकाली दल के एक सदस्य हैं। सांसद किरण खेर का एक और वोट मिलाकर भाजपा के 15 वोट बनते हैं लेकिन चुनाव जीतने के लिए आवश्यक 19 वोट पार्टी को तभी मिल सकते थे जब चुनाव में क्रॉस वोटिंग होती। चुनाव स्थगित किये जाने के कारण चंडीगढ़ नगर निगम के बाहर खासा हंगामा हुआ, जहां काँग्रेस और आप के पार्षदों, कार्यकर्ताओं और नेताओं ने भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की।
कांग्रेस नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि मेयर चुनाव स्थगित करने के पीछे भाजपा और चंडीगढ़ प्रशासन की मिलीभगत है। उन्होंने इसे “लोकतंत्र की हत्या” करार दिया। बंसल ने एक्स पर अपने पोस्ट में लिखा , “ आज पूर्वाह्न 11 बजे चंडीगढ़ मेयर का चुनाव होना था , लेकिन 25 मिनट पहले चुनाव स्थगित कर दिया। यह भाजपा और चंडीगढ़ प्रशासन की मिलीभगत है। इसके साथ ही भाजपा की चुनाव हारने की बौखलाहट भी साबित हुई है, जो मेयर चुनाव जीतने के लिए साम दाम दंड भेद का इस्तेमाल कर रही
है ।” उन्होंने आरोप लगाया कि लोकतंत्र में षड्यंत्र रचना ही भाजपा की नीति है। पहले कारपोरेशन के सचिव और अब भाजपा नेता को पीठासीन अधिकारी लगा कर छुट्टी पर भेज दिया ताकि चुनाव को स्थगित करवा के भाजपा को अपनी तिकड़म लड़ाने का मौक़ा मिल जाये।
दूसरी तरफ आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव स्थगित होने के मामले में वह अदालत जायेंगे।उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हालत उस बच्चे जैसी हो गयी है, जो ज़ीरो पर आउट होने के बाद अपना बैट लेकर घर भाग जाता है।उन्होंने कहा,“ चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भाजपा ने एक बार फिर लोकतंत्र की हत्या की है। इंडिया गठबंधन के हाथों अपनी हार देख भाजपा ने चंडीगढ़ चुनाव ही रद्द कर दिया है। यह कायर भाजपा का डर है।”चड्ढा ने दावा किया कि चुनाव में साफ बहुमत इंडिया गठबंधन के पास है। कुल 36 में से 20 वोट गठबंधन के पास हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह भाजपा हार के डर से ‘बीमार’ हो गयी है, ऐसे में कहा जा सकता है कि अगर इंडिया गठबंधन ऐसे ही एकजुट होकर लड़ता रहे तो ऐसा न हो कि भाजपा इतनी बीमार हो जाये कि 2024 के लोकसभा चुनाव से भी इसी तरह भागना पड़ जाये।
उधर, भाजपा पार्षदों ने कहा कि चुनाव अधिकारी पंजाब सरकार के अफसर हैं, हमें शक है कि पंजाब सरकार के इशारे पर चुनाव टाले गए हैं। लॉ एंड ऑर्डर को मेंटेन करने के लिए पुलिस ने निगम कार्यालय के आसपास 200 मीटर का एरिया पूरी तरह से खाली करा दिया। वहीं आप पार्षद पंजाब सीएम भगवंत मान के हाउस पहुंचे हैं।