नई दिल्ली: हरियाणा के झज्जर जिले में इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष नफे सिंह राठी की अज्ञात हमलावरों ने रविवार को गोली मारकर हत्या कर दी। पूर्व विधायक राठी एक एसयूवी में जा रहे थे। हमलावरों ने गाड़ी पर 30-40 राउंड फायर किये। इसी दौरान झज्जर के बहादुरगढ़ शहर में कार सवार हमलावरों ने उन पर हमला किया। इनेलो नेता अभय चौटाला ने बताया कि राठी की झज्जर जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई। उन्होंने सरकार पर राठी की जान को खतरा होने के बावजूद सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगाया और राज्य के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग की। पुलिस ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. झज्जर एसपी अर्पित जैन ने कहा, सीआईए और एसटीएफ की टीमें काम कर रही हैं. आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. .”
वहीं कांग्रेस नेता भूपेंदर सिंह हुड्डा ने कहा, “हरियाणा में इनेलो प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की गोली मारकर हत्या करने का समाचार बेहद दुःखद है. यह प्रदेश की कानून व्यवस्था को दर्शाता है। प्रदेश में आज कोई भी अपने आपको सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहा है। दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि व परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं. ईश्वर से प्रार्थना है कि परिवारजनों को यह कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें.”
इनेलो के मीडिया सेल के इंचार्ज राकेश सिहाग ने नफे सिंह राठी की मौत की पुष्टि की. राठी के गले और कमर में गोलियां लगी हैं. हमले के वक्त राठी अपनी फॉर्च्यूनर कार में सवार थे जबकि हमलावर आई-20 कार से आए।
झज्जर के एसपी अर्पित जैन ने कहा कि इस मामले में क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (CIA) और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को लगा दिया गया है. इस वारदात के पीछे गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके करीबी काला जठेड़ी पर शक जताया जा रहा है। शुरुआती जांच में हत्या के पीछे प्रॉपर्टी का विवाद बताया जा रहा है।
नफे सिंह राठी खुद बहादुरगढ़ से इनेलो के विधायक रहे हैं. उन पर दिनदहाड़े हुए इस हमले की खबर फैलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया. पुलिस की टीमें आनन-फानन में मौके पर पहुंची और घटनास्थल से गोलियों के खाली खोल और दूसरे सबूत इकट्ठा करने शुरू कर दिए. हमलावर किस तरफ से आए और घटना के बाद किधर गए? ये जानने के लिए पूरे इलाके में सड़कों और दुकानों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक करने की तैयारी की जा रही है.
11 जनवरी 2023 को भूतपूर्व मंत्री मांगेराम राठी के पुत्र जगदीश नंबरदार ने आत्महत्या कर ली थी. जिसके बाद पूर्व विधायक नफे सिंह राठी और उनके भांजे सोनू पर जगदीश नंबरदार को प्रताड़ित करने का आरोप लगा था। जगदीश नंबरदार की आत्महत्या के मामले में पिछले साल अगस्त महीने में आरोपी नफे सिंह राठी को हाईकोर्ट ने नोटिस भेजा था। इस मामले में मृतक जगदीश नंबरदार के भाई सतीश नंबरदार और पुत्र गौरव राठी ने नफे सिंह की जमानत रद्द करने की याचिका दायर की थी. 24 जनवरी 2023 को उक्त मामले में नफे सिंह की अग्रिम जमानत हुई थी. इसके बाद जगदीश नंबरदार के भाई सतीश नंबरदार ने नफे सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि आरोपी उनके गवाहों को डरा धमका रहे हैं.