कुआलालम्पुर : भारत ने बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप में महिला वर्ग का ख़िताब जीतकर इतिहास रच दिया है। भारत की इस सफलता मे युवा खिलाड़ियों की भूमिका अहम रही है और इन युवा खिलाड़ियों में 17 वर्षीय अनमोल खरब की जितनी भी तारीफ़ की जाए, वह कम है।
पहला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट खेल रहीं अनमोल खरब मलेशिया के शाह आलम स्टेडियम में जब थाईलैंड के ख़िलाफ़ फ़ाइनल में खेलने उतरीं, तो उस समय दो-दो की बराबरी थी और ख़िताब जिताने का दारोमदार इस युवा खिलाड़ी के प्रदर्शन पर निर्भर था। पर खरब जब अपने से क़रीब 400 रैंकिंग ऊंची खिलाड़ी पोर्नपिचा के ख़िलाफ़ खेलने उतरीं तो उनके चेहरे पर तनाव के बजाय मुस्कान थी। अनमोल ने एक बार फिर उम्मीदों पर खरे उतरकर 21-14, 21-9 से विजय पाकर भारतीय तिरंगे को फहरा दिया। भारतीय बैडमिंटन की यहां तक बात है तो पुरुष टीम ही दो बार 2020 और 2016 में कांस्य पदक जीत सकी थी। पर भारतीय महिला टीम ने पहली बार पदक जीता है और वह भी स्वर्ण के साथ शुरुआत की है। अनमोल के लिए इस चैंपियनशिप में यह कोई नई जिम्मेदारी नहीं थी। वह इसी तरह की जिम्मेदारी चीन के ख़िलाफ़ और सेमीफाइनल में जापान के ख़िलाफ़ उठा चुकीं थीं। उन्होंने सेमीफाइनल में जापान के ख़िलाफ़ निर्णायक मुकाबले में विश्व में 29वीं रैंकिंग की नात्सुकी निदेरा को 21-14. 21-18 से फतह किया था।