शिमला: काफी इंतज़ार के बाद वीरवार को हिमाचल में भारी बर्फबारी हुई. पहाड़ों की रानी शिमला पूरी तरह सफ़ेद हो गई। घूमने पहुंचे पर्यटकों की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा लेकिन ख़ुशी के साथ बर्फबारी ने परेशानी भी बढ़ा दी। करीब 250 सड़कें अवरुद्ध होने से लोग फंस गए और कई इलाकों का सम्पर्क टूट गया है। कई शहरों में ट्रांसफार्मर ठप होने की वजह से बिजली गुल हो गई। शाम तक बिजली विभाग मरम्मत कार्यों में लगा हुआ था। कई इलाकों में अँधेरा छाया रहा। शिमला जिला के ऊपरी इलाकों का राज्य मुख्यालय से सम्पर्क कट गया। कुफ़री, फागु, नारकंडा, चौपाल तथा खड़ापत्थर जाने वाली सड़कें बंद पड़ गई हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक बर्फ़बारी से छह नेशनल हाइवे सहित करीब 250 सड़कें अवरुद्ध हैं। जनजातीय बाहुल्य जिला लाहौल-स्पीति में सबसे ज्यादा 139 सड़कें बंद हैं। पुलिस व प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम को ध्यान में रखते हुए यात्रा करें।
कहाँ कितना हिमपात : चम्बा जिला के पांगी तथा भटियात में 10-10 इंच, डलहौजी में चार इंच और भरमौर दो इंच, कांगड़ा जिला के बड़ा भंगाल में 12 इंच और बीड़ बिलिंग में पांच इंच, किन्नौर के कल्पा, छितकुल और सांगला में पांच-पांच इंच, कल्लू जिला के पर्यटन स्थल मनाली में 15 इंच तथा जलोड़ी जोत में सात इंच, लाहौल स्पीति के केलांग में 13 इंच, तिन्दी में 10 इंच, उदयपुर और झालमा में 7-7 इंच, मंडी जिला के कमरू नाग में डेढ़ फीट शिकारी देवी में दो फिट, पराशर लेक में 12 इंच, शिमला जिला के चंचल में डेढ़ फीट, खिड़की में पांच इंच, कुफरी में दो इंच और सिरमौर जिला के नारा धार में 10 इंच ताजा हिमपात दर्ज किया गया है। कुल्लू जिला की विख्यात पर्यटन नगरी मनाली बर्फ से लकदक हो गई है। यहां सीजन की पहली भारी बर्फबारी हुई है।
काम ऊँचाई वाले इलाकों में बारिश : कम ऊंचाई वाले भागों में बारिश दर्ज की गई है। ताजा हिमपात और बारिश से समूचा क्षेत्र ठंड की चपेट में आ गया है। सोलन जिले के बद्दी, नालागढ़ क्षेत्र में भी सुबह से बारिश हो रही है। इससे जहां ठंड में इजाफा हुआ है, वहीं किसानों, बागवानों को भी राहत मिली है।
कई जिलों में पारा माइनस में : राज्य में बादलों के बरसने से तापमान में भारी गिरावट आयी है और ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। पूरा प्रदेश भीषण शीतलहर की जद में आ गया है। बीते 24 घण्टों में राज्य का औसतन न्यूनतम तापमान 0.9 डिग्री लुढ़क गया। छह शहरों का पारा माइनस में रिकार्ड किया गया। वहीं राजधानी शिमला में मौसम की सबसे सर्द रात रही। शिमला में आज न्यूनतम तापमान 1.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। कुकुमसेरी में न्यूनतम तापमान -3.1 डिग्री, कल्पा में -2.4 डिग्री, समधो व नारकंडा में -2.1 डिग्री, रिकांगपिओ में -0.2 डिग्री और मनाली में -0.1 डिग्री सेल्सियस रहा।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार राज्य में आज बर्फबारी का येलो अलर्ट रहेगा। इस दौरान पहाड़ी इलाकों शिमला, चम्बा, लाहौल स्पीति, किन्नौर और कुल्लू जिलों में बर्फबारी का क्रम जारी रहेगा। कल से बर्फ़बारी में कमी आएगी। मैदानों में भी कल बारिश से राहत मिलने के आसार हैं। तीन व चार फरवरी को मौसम फिर खराब रहेगा। लेकिन इस दौरान कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है।
चंडीगढ़ में ऐसी ओलावृष्टि नहीं हुई : पहाड़ों में बर्फबारी का असर मैदानों में भी देखा गया। चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला में सुबह बादल छाए और बारिश शुरू हो गई। देखते ही देखते ज़बर्दस्त ओलावृष्टि शुरू हो गई। सड़क, मैदान घरों की छत्त सफ़ेद हो गई। ऐसा लगा मानो हिमाचल में घूम रहे हों। चंडीगढ़ वासियों ने ऐसा नज़ारा पहले कभी नहीं देखा। हर तरफ बर्फ ही बर्फ। बारिश के बाद ठण्ड में थोड़ा इज़ाफ़ा हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार वाले दो दिन बारिश हो सकती है।