चंडीगढ़।
हरियाणा सरकार का लक्ष्य जमीनी स्तर पर अपनी कार्य योजना को प्रभावी ढंग से लागू करके वायु प्रदूषण के स्तर को कम करना है। हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने गुरुवार को बताया, इस रणनीति के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में, राज्य सरकार शहरी क्षेत्रों में एक इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू कर रही है और पूरे राज्य में एक स्मार्ट यातायात प्रबंधन प्रणाली लागू कर रही है। मुख्य सचिव ने चंडीगढ़ में पर्यावरण विभाग द्वारा आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अब तक 28 लाख वाहनों की पहचान कर उन पर स्टीकर लगाए गए हैं और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के खिलाफ उचित कार्रवाई की गई है। इसके अतिरिक्त, निर्माण और विध्वंस गतिविधियों से उत्पन्न धूल को नियंत्रित करने के प्रयास किए गए हैं।
मुख्य सचिव ने कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और राज्य के आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रभावी उपाय किए हैं। वन एवं पर्यावरण तथा अन्य विभागों के सहयोग से बनाई गई कार्ययोजना से हरियाली में बढ़ोतरी हुई है। हरित हरियाणा के लिए वन विभाग द्वारा वन समूहों का गठन किया गया है। वृक्षारोपण कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए नगर वन और नगर वाटिकाओं का विस्तार किया जा रहा है। वृक्षारोपण अभियान को प्रोत्साहित करने के लिए बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं।