चमरोड़ पत्तन (पठानकोट) : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शनिवार को विश्वभर में रहने वाले एनआरआई भाईचारे को पंजाब की अर्थव्यवस्था को दुनिया के अग्रणी राज्य के तौर पर उभारने के लिए उनको खुले दिल के साथ सहयोग देने का न्योता दिया।
यहाँ ‘एन. आर. आई. मिलनी’ के दौरान प्रवासी पंजाबी भाईचारे के विशाल जनसमूह को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों के दौरान एन. आर. आई. को अफसरशाही के हाथों अपमान सहना पड़ता था। भगवंत सिंह मान ने कहा कि जबसे उन्होंने पद संभाला है, प्रवासी भारतीयों की भलाई के लिए बहुत सी पहलकदमियों की गई हैं और राज्य में नया बदलाव देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि यह तो अभी सिर्फ़ शुरुआत है क्योंकि प्रवासी भारतीयों का सम्मान बहाल करने के लिए बहुत से नए कदम उठाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह राज्य में विदेशी निवेश को बढ़ाने के लिए कई राजदूतों और कूटनीतिकों को मिले हैं। उन्होंने कहा कि इसका एकमात्र मकसद राज्य के विकास को बढ़ावा देना है जिससे लोगों को इसका भरपूर लाभ मिल सके। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आने वाले समय में पंजाब पर्यटन उद्योग के केंद्र के तौर पर उभरेगा क्योंकि ऐसे यत्नों को फल ज़रूर मिलेगा।
पहले एनआरआई सम्मेलन धोखा थे : मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार के दौरान करवाए गए एन. आर. आई. सम्मेलन केवल धोखा थे क्योंकि इसमें से कुछ भी सार्थक ढंग से सामने नहीं आया। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीयों को बड़े-बड़े पैलेसों और होटलों में बुलाया जाता था परन्तु बाद में उनको अपमानित होना पड़ता था क्योंकि कोई भी उनकी परवाह नहीं करता था। मान ने कहा कि उनकी सरकार राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत लोगों को दिखाने के लिए रमणीक और कुदरती सुदंरता से लबरेज़ इस स्थान पर यह समागम करवा रही है। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीयों को इसकी तरक्की और खुशहाली के लिए खुले दिल के साथ योगदान डालना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबियों ने जाति, रंग, नसल और भौगोलिक स्तर से ऊपर उठ कर परमात्मा की कृपा स्वरूप जीवन के हरेक क्षेत्र में अपनी काबिलीयत का सबूत दिया है। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में शायद पंजाबी ही ऐसा भाईचारा है जो अपनी मेहनत, इमानदारी और वचनबद्धता के बलबूते कोई भी कठिन से कठिन काम कर सकता है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार ने शानदार बुनियादी ढांचे, अतिरिक्त बिजली, बढ़िया शिक्षा और सेहत सहूलतों के मामले में पंजाब को विकास की तीव्र गति पर लाने के लिए ठोस प्रयास किये हैं।
शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में दें ज़्यादा सहयोग : मुख्यमंत्री ने प्रवासी भारतीय भाइयों को आर्थिक और सामाजिक रिश्तों को मज़बूत करने के साथ-साथ शिक्षा और सेहत सेवाओं को उत्साहित करने में बड़ा योगदान डालने की अपील की, जोकि हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन को ‘औपचारिक इक्ट्ठ’ के तौर पर नहीं लिया जाना चाहिए, बल्कि इसको राज्य की बेहतरी के लिए विचार-विमर्श के आपसी आदान-प्रदान में तबदील करके सेहतमंद मंच के तौर पर इस्तेमाल किया जाना चाहिए। भगवंत सिंह मान ने शिक्षा और सेहत देखभाल के क्षेत्र में प्रवासी भारतीयों के सहयोग के लिए उम्मीद ज़ाहिर करते हुये कहा कि इससे इन मुख्य क्षेत्रों में कई योजनाओं और प्रोजेक्टों की योजना बनायी जा सकती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने विलक्षण रंगों वाले स्टैंप पेपर भी जारी किये हैं, जो राज्य में औद्योगिक क्रांति के नये युग की शुरुआत करने की तरफ बड़ा कदम है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब ऐसा पहला राज्य है जिसने उद्यमियों को अपने यूनिट स्थापित करने के लिए हरे रंग के स्टैंप पेपर जारी किये हैं, जिससे राज्य के औद्योगिक विकास को काफी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने इसको क्रांतिकारी कदम बताया जिसका उद्देश्य राज्य में अपनी इकाईयाँ स्थापित करने के इच्छुक उद्यमियों के लिए कारोबार करने की प्रक्रिया को आसान बनाना है।
मुख्यमंत्री ने व्यंग्य कसते हुये कहा कि पहले उद्योग सत्ता में रहते परिवारों के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर करते थे परन्तु जबसे उन्होंने मुख्यमंत्री का पद संभाला है, राज्य के लोगों के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर किये जाते हैं। उन्होंने कहा कि पहले अमीर परिवारों को इन समझौतों का लाभ मिलता था परन्तु अब पंजाबियों को इसका लाभ मिलेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ऐसा इस लिए संभव हुआ है क्योंकि उनकी सरकार समाज के हर वर्ग की भलाई के लिए अथक काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने प्रवासी पंजाबियों को राज्य में निवेश करके, गाँवों और शहरों को गोद लेकर और समाज भलाई के क्षेत्र में योगदान डाल कर पंजाब में चल रहे बेमिसाल विकास में सक्रिय हिस्सेदार बनने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने एन. आर. ई. पंजाबियें को अवगत करवाया कि पंजाब निवेश के लिए सबसे पसन्दीदा, प्रगतिशील और वास्तव में उपयुक्त राज्य है और उनको यह तथ्य विश्व स्तर पर प्रचारना चाहिएं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब, देश का पहला राज्य है जिसने प्रवासी भारतीयों की सहायता के लिए तुरंत कदम उठाए हैं और उनकी शिकायतों का निपटारा किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 25 सालों में राज्य में सिर्फ़ दो व्यक्तियों ने शासन किया है और अपने निजी हितों के लिए राज्य के संसाधनों का दिल खोल कर दुरुपयोग किया। उन्होंने कहा कि इनमें से दो एक परिवार के थे जबकि दो दूसरे परिवार के थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन लोगों ने अपने संकुचित राजनैतिक हितों के लिए राज्य को बेरहमी से लूटा है, जिससे राज्य के विकास में रुकावट आ रही है।
शिरोमणि अकाली दल की ‘ पंजाब बचाओ यात्रा’ पर तंज़ कसते हुये मुख्यमंत्री ने अकाली नेताओं को यह बताने की चुनौती दी कि वह 15 सालों से राज्य को अंधाधुन्ध लूटने के बाद अब किस से राज्य को बचाने का हो-हल्ला मचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अकालियों ने राज्य के खजाने की लूट की और पंजाबियों के मनों को गहरी ठेस पहुंचायी और यहाँ तक कि राज्य में बड़े माफीए को संरक्षण भी दिया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि लोग अकालियों और बादल परिवार के दोगले किरदार से भली-भाँति अवगत हैं, जिस कारण अब इनकी नौटंकियां नहीं चलेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य ने निजी कंपनी जी. वी. के. पावर के स्वामित्व वाले गोइन्दवाल पावर प्लांट को खरीद कर इतिहास रचा है। उन्होंने कहा कि पहली बार यह उल्टा रुझान शुरू हुआ है कि सरकार ने कोई प्राईवेट पावर प्लांट खरीदा है जबकि पहले सरकारें अपनी जायदादें चहेते व्यक्तियों को कौड़ियों के भाव बेच देती थीं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पछवाड़ा कोयला खदान से निकलने वाले कोयले का प्रयोग सरकारी पावर प्लांटों के लिए ही किया जा सकता है, इसलिए इस पावर प्लांट की खरीद से इस कोयले को बिजली पैदा करने के लिए प्रयोग में लाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों के दौरान लोग अपनी ही सफलता से भयभीत हो जाते थे क्योंकि राजनैतिक नेता इन लोगों के कारोबार में हिस्सेदारी डालते थे। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने आम लोगों को लूटा और इनके हाथ पंजाब और पंजाबियों के ख़ून से रंगे हुए हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब राज्य में आम लोगों की सरकार है जो हर व्यक्ति को ज़िंदगी में कामयाब होने के खुले मौके दे रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी भारतीय भाइयों को उनके मसलों के हल के लिए सुविधा देने के लिए राज्य सरकार ने प्रवासी भारतीय मामलों के बारे विभाग की नयी वैबसाईट
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल, लाल चंद कटारूचक्क और ब्रम शंकर जिम्पा सहित अन्य उपस्थित थे।