धरने पर बैठे किसानों को खूब कोसा बुज़ुर्ग महिला ने, देखें वीडियो

चंडीगढ़। न्यूनतम समर्थन मूल्यों समेत कई मांगों को लेकर किसान एक बार फिर दिल्ली की और कूच करने पर अड़े हैं। और सरकार उनको रोकने को लेकर पूरी तरह तैयार है। इस वजह से सभी बॉर्डर सील कर दिए गए हैं। भारी मात्रा में पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात कर दिए गए हैं। लेकिन इस वजह से सबसे ज़्यादा परेशान है आम जनता जिसका कोई कसूर नहीं है। सड़कें और गाड़ियां बंद होने और किसानों के सड़कों को बंद कर धरने पर बैठने की वजह से लोग आने जाने से लाचार हो गए हैं। इसी दौरान इस बुज़ुर्ग महिला भी धरने पर बैठे किसानों से परेशान हो गई और उन्हें खूब खरी खोटी सुनाई।
बुजुर्ग महिला ने किसानों को कोसते हुए कहा कि सरकार उन्हें सब फ्री में दे रही है फिर भी वे धरने पर बैठते हैं, शर्म आनी चाहिए। फिर महिला ने खूब स्यापा पाया और उसका गाला रूंध गया। यह इस बात को बताने के लिए काफी है कि आये दिन धरना प्रदर्शन आम लोगों के लिए परेशानी बन जाते हैं।

 

मीटिंग बेनतीजा, किसान दिल्ली जाने पर अड़े
न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी को लेकर कानून बनाने समेत विभिन्न मांगों के लिए पंजाब-हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान राष्ट्रव्यापी विरोध-प्रदर्शन कर चुके हैं। किसान संगठन दिल्ली की सीमाओं पर जुटे हैं। किसानों के दिल्ली चलो मार्च की वजह से सभी बॉर्डर सील कर दिए गए हैं. देर रात तक केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं के बीच बैठक चली. सरकार ने आंदोलन पर अड़े अन्नदाताओं को समझाने की हर संभव कोशिश की लेकिन 5 घंटे से ज्यादा चली बैठक भी बेनतीजा रही. उसके बाद किसान नेताओं ने आर-पार की जंग का ऐलान करते हुए कह दिया कि, दिल्ली कूच होकर रहेगा. गाजीपुर, सिंघु, संभू, टिकरी समेत सभी बॉर्डर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. वहीं, पुलिस ने भी साफ कर दिया है कि, किसानों की आड़ में उपद्रवियों ने अगर कानून व्यवस्था में खलल डालने की कोशिश की तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. अगर आप दिल्ली एनसीआर में रहते हैं तो आज आपके लिए इम्तिहान का दिन है. पंजाब. हरियाणा और यूपी से किसान दिल्ली आने लगे हैं. इसकी वजह से दिल्ली से सटी तमाम सीमाओं पर ट्रैफिक जाम लग गया है. दरअसल न्यूनतम समर्थन मूल्य अन्य मांगों को लेकर किसानों का आंदोलन की ये नई किश्त है. किसानों को मनाने के लिए सोमवार को करीब पांच घ्ंटे लंबी वार्ता चली. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और अर्जुन मुंडा इस बैठक में शामिल थे. लेकिन किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी चाहते थे. इसी पर बात बिगड़ गई.

उसके बाद किसान नेताओं ने आर-पार की जंग का ऐलान करते हुए कह दिया कि, दिल्ली कूच होकर रहेगा… गाजीपुर, सिंघु, संभू, टिकरी समेत सभी बॉर्डर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. वहीं, पुलिस ने भी साफ कर दिया है कि, किसानों की आड़ में उपद्रवियों ने अगर कानून व्यवस्था में खलल डालने की कोशिश की तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.

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