नई दिल्ली. भारत के 5 दिग्गज खिलाड़ी अब मैदान पर नहीं दिखेंगे. इन पांचों खिलाड़ियों ने रणजी सीजन 2023-24 के समापन के साथ ही क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया है। ये क्रिकेटर हैं मनोज तिवारी, वरुण एरॉन, धवल कुलकर्णी, सौरभ तिवारी और फैज फजल. ये सभी खिलाड़ी ना सिर्फ भारत के लिए किसी ना किसी फॉर्मेट में खेले, बल्कि घरेलू क्रिकेट में अपनी विशेष छाप भी छोड़ी.
बंगाल के मनोज तिवारी, झारखंड के बल्लेबाज सौरभ तिवारी और तेज गेंदबाज वरुण एरॉन, मुंबई के धवल कुलकर्णी और विदर्भ के फैज फजल ने संन्यास लेने के अलग-अलग कारण बताए। इनमें इंडियन प्रीमियर लीग का अनुबंध नहीं होना तथा राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने की उम्मीद समाप्त होना है. इन कारणों से ये खिलाड़ी दूसरे काम या फिर राजनीति से जुड़ना चाहते हैं। वरुण एरॉन, मनोज तिवारी और फैज फजल ने उसी मैदान पर अपने करियर को अलविदा कहा, जिसमें उन्होंने अपनी यात्रा की शुरुआत की थी. इन खिलाड़ियों की घरेलू क्रिकेट में निश्चित तौर पर कमी खलेगी. 38 साल के बंगाल के मनोज तिवारी ने सोमवार को बिहार के खिलाफ अपनी टीम को जीत दिलाकर अलविदा कहा। इस आक्रामक बल्लेबाज के नाम पर प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 10000 से अधिक रन दर्ज हैं. मनोज तिवारी ने भारत के लिए 12 वनडे और 3 टी20 मैच खेले हैं।
इसी तरह तेज गेंदबाज वरुण एरॉन (Varun Aaron) और सौरभ तिवारी (Saurabh Tiwary) के संन्यास लेने से झारखंड की टीम में बड़ा शून्य पैदा हो गया है. सौरभ 17 साल तक झारखंड की टीम की तरफ से खेले. सौरभ तिवारी ने भारत के लिए 3 वनडे मैच खेले. उन्होंने 115 प्रथम श्रेणी मैच में 8030 रन बनाए, जिसमें 22 शतक और 34 अर्धशतक शामिल हैं. उन्होंने कहा,‘मेरा मानना है कि अगर आपको राष्ट्रीय टीम या आईपीएल में जगह नहीं मिलती है तो फिर युवा खिलाड़ियों के लिए जगह छोड़ने का यह सही समय है।
भारत के सबसे तेज गेंदबाजों में से एक वरुण एरॉन लगातार चोटिल होने के कारण अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए. उन्होंने भारत के लिए 9 टेस्ट और इतने ही वनडे मैच खेले. उनके नाम पर प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 66 मैच में 173 विकेट शामिल हैं।
फैज फजल 21 वर्ष तक विदर्भ की तरफ से खेले. इस सलामी बल्लेबाज की अगुवाई में विदर्भ ने 2018 में रणजी ट्रॉफी जीती थी. उनके नाम पर प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 9183 रन दर्ज हैं. फजल ने भारत की तरफ से 2016 में जिम्बाब्वे के खिलाफ एक वनडे मैच खेला था जिसमें उन्होंने नाबाद 55 रन बनाए थे.
भारत के लिए 12 वनडे और 2 टी20 मैच खेलने वाले धवल कुलकर्णी (Dhawal Kulkarni) को अपनी स्विंग, मूवमेंट और सटीक गेंदबाजी के लिए जाना जाता है. मुंबई के धवल कुलकर्णी ने 17 साल तक चले अपने घरेलू करियर में कई यादगार प्रदर्शन किए. इस 35 वर्षीय तेज गेंदबाज ने 95 प्रथम श्रेणी मैच खेले जिनमें 27.31 की औसत से 281 विकेट लिए.