किसान आंदोलन दिल्ली की ओर रवाना, हरियाणा के कई जिलों में ट्रैफिक डावर्जन, पुलिस अलर्ट पर

चंडीगढ़: पंजाब के किसान संगठनों द्वारा हरियाणा के रास्ते दिल्ली कूच के ऐलान के बाद डीजीपी ने कहा कि कई जिलों में ट्रैफिक रूट डायवर्ट किए जाएंगे। डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने शुक्रवार को प्रदेश के आला पुलिस अधिकारियों की बैठक कर आगे की रणनीति पर मंथन किया। उन्होंने बताया कि केंद्र द्वारा अलॉट की गई पैरामिलिट्री की 50 कंपनियां पहुँच रही है। इसके अलावा केंद्र ने कुछ कंपनियों को स्टैंड बाई पर रखा है। शुक्रवार से पंजाब और उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे जिलों में इन बलों की तैनाती का काम शुरू हो गया है। डीजीपी ने लोगों से अपील की है कि वे प्रदेश में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखें। किसी के बहकावे में आकर कानून व्यवस्था को बाधित न होने दें। हरियाणा
पुलिस प्रशासन की सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रहेगी। कोई भी नागरिक गलत अफवाह फैलाएगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी ने कहा कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उपद्रव फैलाने वाले लोगों पर कानूनी कार्रवाई होगी। इसे लेकर हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की टीमों द्वारा अलग-अलग स्तर पर मॉनिटरिंग की जा रही है।

अंबाला अलर्ट पर, पुलिस-प्रशासन की हुई मीटिंग : किसान आंदोलन को लेकर शुक्रवार को जिले में उपायुक्त डा. शालीन और एसपी की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में प्रशासन की तैयारियों का जायजा लिया गया। बैठक के बाद निर्देश दिए गये कि जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखनी है। उपायुक्त ने बताया कि पुलिस के साथ कई जगहों का दौरा किया गया जहां से किसानों के आने की आशंका है। इसको देखते हुए पुलिस चेक पोस्ट लगाए जाएंगे। कहा कि स्थिति को देखते हुए अगर जरूरत पड़ी तो शंभु बॉर्डर बंद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एनएचएआई और लोक निर्माण विभाग को चेक पोस्ट पर व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि अर्धसैनिक बलों की 12 टुकडियां (जिनमें लगभग 850 जवान हैं) जिले में आ चुकी हैं। पैरामिलिट्री, पुलिस और ड्यूटी मैजिस्ट्रेट के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन 11 फरवरी को किया जाएगा।

हरियाणा और पंजाब के किसान संगठनों के दिल्ली कूच से बीकेयू के गुरनाम सिंह चढूनी गुट ने खुद को अलग कर लिया है। इस ऐलान ने किसान संगठनों को चौंका दिया है। वहीं जिले में पुलिस-प्रशासन किसानों से निपटने के लिए तैयारी करने में जुटा है। प्रशासन ने हरियाणा-पंजाब शंभू बॉर्डर पर बैरिकेड्स के साथ-साथ कटीली तारें, वाटर कैनन, पुलिस की 107-107 जवानों की 4 टुकड़ियों के अलावा अर्धसैनिक बलों की 12 टुकड़ियां लगाईं हैं। चढूनी ने सोशल मीडिया पर कहा कि दिल्ली कूच का ऐलान सभी संगठनों की राय से नहीं किया गया है। कहा कि अगर, किसान संगठन उन्हें बुलाएंगे तो वह जरूर जाएंगे। लेकिन, अभी तक उनके पास कोई संदेश नहीं आया है। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने भी बयान दिया है कि वह आंदोलन का हिस्सा नहीं होंगे क्योकि उन्हें भी बुलाया नहीं गया। बताया कि हमसे कोई राय नहीं ली गई।

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