नई दिल्ली: केंद्रीय सूचना प्रसारण व खेल व युवा कार्यक्रम मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश की सरकार द्वारा सोमवार को एक दिन की छुट्टी की घोषणा को दिखावा बताते हुए कहा कि कांग्रेस का राम प्रेम छलावा है| राम को काल्पनिक बताने वाली कांग्रेस को भी राम की ही शरण में आना पड़ा।
अनुराग ने कहा” कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल श्री राम के नाम से चाहे कितनी भी घृणा, द्वेष व राजनीति कर लें, अंत में आना सभी को श्री राम के शरण में ही है, क्योंकि हमारे श्री राम देश की आत्मा हैं और श्री राम की पूजा राष्ट्र पूजा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में जिस प्रकार आज पूरा देश राममय होकर गर्व से अपने सनातनी संस्कारों को प्रतिस्थापित कर रहा है उससे स्पष्ट है कि सनातन विरोधी पार्टियां और श्री राम नाम विरोधी कांग्रेस अब ज्यादा दिन तक श्री राम के विरोध की राजनीति नहीं कर पाएंगे। उन्हें न चाहते हुए भी प्रभु श्री राम की शरण में आना ही पड़ा”
अनुराग ने कहा, “आज आप देख रहे हैं कि किस प्रकार कांग्रेस के लोग पार्टी लाइन से हटकर श्री राम का गुणगान कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने आधिकारिक तौर पर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का बहिष्कार किया है लेकिन आज हिमाचल सरकार ने भी स्वयं को प्रभु श्री राम से जुड़ा हुआ दिखाने हेतु 22 जनवरी को पूरे दिन की छुट्टी की घोषणा की है। लेकिन इन्हें नहीं पता है कि जनता सब सच जानती है। जनता को पता है कि यह वही कांग्रेस है जिसने अयोध्या में उसी जगह पर फिर से मस्जिद बनवाने का वादा किया था। यह वही कांग्रेस है जिसने राम मंदिर ना बने इसके लिए कोर्ट में वकीलों की फौज खड़ी की थी। यह वही कांग्रेस है जिसने एफिडेविट देकर श्री राम और रामसेतु को काल्पनिक बताया था। यह वही कांग्रेस है जिसके गठबंधन के साथी सनातन धर्म को कुचलने की बात करते हैं। यह वही कांग्रेस है जिसके अभी के गठबंधन साथी ने निहत्थे राम भक्तों पर गोलियां चलवाई थी। यह वही कांग्रेस है जिसके राजकुमार सनातन संस्कृति का मजाक उड़ाते हैं।”
कांग्रेस पार्टी लोगों को न्याय देने की बात करती है पर अपनी ही पार्टी के लोगों पर अन्याय करती है। कांग्रेस को पता होना चाहिए कि राम भक्तों को राम से दूर करेंगे तो उनकी कोई नहीं सुनेगा। इसीलिए कांग्रेस में भी उनकी कोई नहीं सुन रहा। रामभक्तों को राम से दूर करने की कांग्रेसी कोशिशें बर्बर हैं जिसे लोग अनसुना कर रहे हैं। इंडी गठबंधन ने सदैव सनातन को नीचा दिखाने और कुचलने की बात की है। कोई ऐसा मौका नहीं है जब इन्होंने तुष्टिकरण की राजनीति को अपनाते हुए हिंदुओं को नीचा नहीं दिखाया है। कल तक यह कह रहे थे की मंदिर 3 किलोमीटर दूर बन रहा है। यह भी झूठा सिद्ध हो चुका है। यह सभी अनर्गल बयान सिर्फ और सिर्फ राजनीति करने, सुर्खियों में बने रहने और राम मंदिर से दूर रहने के लिए दिए जा रहे हैं। शायद इन्हें विश्वास नहीं हो रहा कि जिस राम मंदिर के न बनने के लिए इन्होंने वकीलों की फौज खड़ी की थी वह राम मंदिर मात्र दो वर्षों में कैसे बनकर खड़ा हो गया। इनके लिए तो राम काल्पनिक थे।”
अनुराग ठाकुर ने आगे कहा, “इससे पता चलता है कि यह लोग कितनी भी राजनीति कर लें, कितना भी श्री राम और रामसेतु को काल्पनिक बात लें लेकिन अंत में आना श्री राम की शरण में ही होगा।”