14951 नशा तस्करों को किया काबू; इस साल 795 किलो अफ़ीम, 13.67 करोड़ रुपए की ड्रग मनी बरामद
– पहली बार 65 नशा पीडि़तों ने एनडीपीएस एक्ट की धारा 64-ए के अंतर्गत पुनर्वास का प्रण किया: आईजीपी सुखचैन सिंह गिल
चंडीगढ़. मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा-निर्देशों पर सरहदी राज्य से नशे की बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए नशे के विरुद्ध छेड़ी जंग को और तेज़ करते हुए डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डी.जी.पी.) पंजाब गौरव यादव के नेतृत्व अधीन पंजाब पुलिस ने साल 2023 में अब तक की सबसे अधिक 1161 किलोग्राम हेरोइन ज़ब्त करके एक नया मील पत्थर स्थापित किया है। यह जानकारी आज यहाँ इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस ( आईजीपी) हैडक्वाटर डॉ. सुखचैन सिंह गिल ने दी।
जि़क्रयोग्य है कि राज्य सरकार ने राज्य से नशे के ख़ात्मे के लिए तीन-समर्थकीय रणनीति-एनफोर्समैंट, प्रीवैंशन और रीहैबलीटेशन-अपनाई है। इस रणनीति के हिस्से के तौर पर पंजाब पुलिस एनडीपीएस एक्ट की धारा 64- ए, जो कुछ ग्राम हेरोइन या नशीले पाउडर समेत पकड़े जाने वाले नशा पीडि़तों को पुनर्वास का अवसर प्रदान करती है, संबंधी प्रचार और जागरूकता पैदा कर रही है। आईजीपी ने बताया कि यह पहली बार है कि 65 नशा पीडि़तों, ने पुनर्वास के लिए इलाज करवाने का प्रण करके एनडीपीएस की धारा 64-ए का लाभ उठाया है। डॉ. सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि 1 जनवरी से 26 दिसंबर, 2023 तक पंजाब पुलिस ने 10786 एफ.आई.आरज़, जिनमें 1385 व्यापारिक मामले हैं, दर्ज करके 2424 बड़ी मछलियों समेत 14951 नशा तस्करों/ सप्लायरों को गिरफ़्तार किया है। उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने 1161 किलोग्राम हेरोइन की बड़ी खेप बरामद करने के अलावा राज्य भर में से 795 किलोग्राम अफ़ीम, 403 क्विंटल भुक्की और फार्मा ओपीऑड्ज़ की 83.17 लाख गोलियाँ / कैप्सूल / टीके / शीशियां बरामद की हैं। उन्होंने आगे बताया कि इस साल गिरफ़्तार किये गए नशा तस्करों के पास से 13.67 करोड़ रुपए की ड्रग मनी भी बरामद की गई है।
आईजीपी ने बताया कि पंजाब पुलिस द्वारा इस साल बड़े नशा तस्करों की 127 करोड़ रुपए की 294 जायदादों ( 110.64 करोड़ रुपए की अचल और 16.45 करोड़ रुपए की चल जायदादें ) ज़ब्त की गई हैं, जबकि 26 करोड़ रुपए की जायदादों को ज़ब्त करने के और 90 प्रस्ताव समर्थ अथॉरिटी के पास लम्बित हैं।
आईजीपी सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि 2023 में 2 करोड़ रुपए के 6 चैक ( 1 करोड़ रुपए एक्स-ग्रेशिया और 1 करोड़ रुपए का एच.डी.एफ.सी. बीमा कवर) ड्यूटी के दौरान शहीदी प्राप्त करने वाले पंजाब पुलिस के पाँच कर्मचारियों और एक होमगार्ड के परिवारों को सौंपे गए।